प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सलाहकार बने पूर्व IAS अमित खरे, जानें उनके बारे में सबकुछ
अमित खरे (Amit Khare) प्रधानमंत्री आफिस (PM Office) में भारत सरकार के सचिव के स्केल और रैंक पर अनुबंध पर नियुक्त किए गए हैं.

झारखंड कैडर के आइएएस अधिकारी अमित खरे (Amit Khare) को प्रधानमंत्री के सलाहकार (PM advisor) बनाया गया है. इसकी मंजूरी कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने दे दी है. अमित खरे प्रधानमंत्री आफिस में भारत सरकार के सचिव के स्केल और रैंक पर अनुबंध पर नियुक्त किए गए हैं.
मानव संसाधन और सूचना प्रसारण मंत्रालय में सचिव के तौर पर सेवाएं दे चुके अमित खरे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सलाहकार नियुक्त किया गया है. 1985 बैच के आईएएस अधिकारी अमित खरे 30 सितंबर को ही उच्च शिक्षा सचिव के पद से रिटायर हुए थे.
प्रधानमंत्री मोदी का सलाहकार
सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने अमित खरे को प्रधानमंत्री मोदी का सलाहकार बनाए जाने को मंजूरी दी है. वे पीएमओ में सलाहकार के तौर पर काम करेंगे. उनका रैंक और स्केल भारत सरकार के किसी अन्य सचिव के बराबर होगा.
Appointments Committee of the Cabinet has approved appointment of Amit Khare as Advisor to the Prime Minister, Prime Minister's Office, in the rank and scale of Secretary to Govt of India, on contract basis, initially for two years or until further orders, whichever is earlier. pic.twitter.com/5vbWRyG9Cn
— ANI (@ANI) October 12, 2021
इनकी नियुक्ति
दो साल या अगले आदेश तक के लिए इनकी नियुक्ति की गई है. इस संबंध में कैबिनेट की नियुक्ति समिति के सचिव ने अधिसूचना जारी कर दी है. इसी साल पूर्व कैबिनेट सचिव पीके सिन्हा और सचिव रहे अमरजीत सिन्हा ने पीएमओ छोड़ा था. इसके बाद अब अमित खरे की पीएमओ में प्रवेश हुई है.
नई एजुकेशन पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार करने में भूमिका
अमित खरे को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के करीबी नौकरशाहों में शुमार किया जाता रहा है. देश में इसी साल लागू की गई नई एजुकेशन पॉलिसी का ड्राफ्ट तैयार करने में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान माना जाता रहा है. इसके अतिरिक्त डिजिटल मीडिया को लेकर नियम तय करने में भी उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है.
चारा घोटाले का पर्दाफाश
अमित खरे ही वह आईएएस अधिकारी हैं जिन्होंने चारा घोटाले का पर्दाफाश किया था. उन्होंने चाईबासा के उपायुक्त पद पर रहते हुए चारा घोटाला में पहली एफआईआर दर्ज कराई थी. यह केस हाई प्रोफाइल था. इसमें बिहार के कई नेता और अधिकारी जेल गए और उन्हें सजा मिली. बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव भी इसी मामले में सजा काट रहे हैं. फिलहाल वे जेल से बेल पर बाहर हैं.
अमित खरे के बारे में
• अमित खरे का जन्म साल 1961 में हुआ था. उनकी प्रारंभिक शिक्षा हिनू स्थित केंद्रीय विद्यालय से हुई थी. उन्होंने इसके बाद सेंट स्टीफन कॉलेज दिल्ली से स्नातक की पढ़ाई की.
• अमित खरे के बड़े भाई अतुल खरे भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी रह चुके हैं. अमित खरे की पत्नी निधि खरे भी आइएएस अधिकारी हैं और झारखंड के कई विभागों में अहम जिम्मेवारी निभा चुकी हैं.
• अमित खरे की पहचान बेहद ही ईमानदार और कड़क अधिकारी के रूप में रही है. वे 1985 बैच के झारखंड कैडर के अधिकारी थे. उन्होंने अपने 36 साल के शानदार करियर के दौरान भारत सरकार, झारखंड सरकार और बिहार सरकार के लिए महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन किया है.
• वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुछ चुनिंदा अफसरों में से एक थे. इन्होंने एक ही समय में मानव संसाधन विकास मंत्रालय के साथ साथ सूचना और प्रसारण मंत्रालय में भी अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया. उनके बारे में कहा जाता है कि वह अत्यंत पारदर्शिता के साथ स्पष्ट निर्णय लेने में माहिर हैं.
Take Weekly Tests on app for exam prep and compete with others. Download Current Affairs and GK app
एग्जाम की तैयारी के लिए ऐप पर वीकली टेस्ट लें और दूसरों के साथ प्रतिस्पर्धा करें। डाउनलोड करें करेंट अफेयर्स ऐप
AndroidIOS
Comments