2021 में 11.5 प्रतिशत रहेगी भारत की आर्थिक वृद्धि दर: IMF
अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 11.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. कोरोना वायरस महामारी (कोविड-19) के बीच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत एकमात्र देश है जिसकी आर्थिक वृद्धि दर इस साल दहाई अंक में होगी.
आईएमएफ ने 26 जनवरी 2021 को जारी अपने ताजा विश्व आर्थिक परिदृश्य में वृद्धि का अनुमान जताया है. यह अर्थव्यवस्था में तेजी से पुनरुद्धार को बताता है. साल 2020 में महामारी के कारण इसमें आठ प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है.
भारतीय अर्थव्यवस्था 2021 में
भारतीय अर्थव्यवस्था के वित्त वर्ष 2021 में काफी तेजी से रिकवर करने की उम्मीद है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने अपनी ताजा वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक रिपोर्ट में यह दर्शाया है. वित्त वर्ष 2021 के लिए भारत की अर्थव्यवस्था के सबसे तेज 11.5 प्रतिशत की रफ्तार से ग्रोथ करने की उम्मीद जताई है. इस तरह भारत साल 2021 में सबसे अधिक तेजी से ग्रोथ करने वाला देश बन सकता है.
8.8 प्रतिशत की ग्रोथ रेट का अनुमान
आईएमएफ ने इससे पहले अक्टूबर में अपनी जारी रिपोर्ट में वित्त वर्ष 2021 के लिए 8.8 प्रतिशत की ग्रोथ रेट का अनुमान व्यक्त किया था. वहीं, आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2020 के लिए भारत की जीडीपी ग्रोथ (-)8 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया है.
इससे पहले आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2020 के लिए जीडीपी ग्रोथ रेट (-) 10.3 प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया था. साथ ही आईएमएफ ने वित्त वर्ष 2022 के लिए भारत की जीडीपी में 6.8 प्रतिशत की ग्रोथ रहने की उम्मीद जताई है.
चीन में 2.3 प्रतिशत रहने का अनुमान
आईएमएफ ने आंकड़ों को संशोधित करते हुए कहा कि 2020 में भारतीय अर्थव्यवस्था में आठ प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है. चीन एकमात्र बड़ा देश है जिसकी वृद्धि दर 2020 में सकारात्मक 2.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है.
2022 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर
मुद्राकोष के अनुसार 2022 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 6.8 प्रतिशत और चीन की 5.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है. इस ताजा अनुमान के साथ भारत दुनिया की तीव्र आर्थिक वृद्धि वाला विकासशील देश का दर्जा फिर से हासिल कर लिया है.