प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में किया स्वास्थ्यकर्मियों से संवाद, जानें विस्तार से
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में 22 जनवरी 2021 को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोविड टीकाकरण अभियान के लाभार्थियों और टीके लगाने वालों से संवाद किया. पीएम मोदी ने इस दौरान कहा कि 2021 की शुरुआत बहुत ही शुभ संकल्पों से हुई है.
प्रधानमंत्री ने कहा कि पहले चरण में, वाराणसी में 15 टीकाकरण केंद्रों पर 20,000 से अधिक स्वास्थ्य पेशेवरों का टीकाकरण किया जाएगा. मैं सभी डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ को इसके लिए बधाई देता हूं. प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण कार्यक्रम हमारे देश में चल रहा है.
दो स्वदेशी वैक्सीन बनाई गई
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश ने खुद अपनी दो स्वदेशी वैक्सीन बनाई है और दुनिया के कई देशों को भी भारत वैक्सीन दे रहा है. उन्होंने कहा कि देश को वैक्सीन देने का पूरा श्रेय वैज्ञानिकों और डॉक्टरों को जाता है. वैज्ञानिकों ने एक अनजान दुश्मन के खिलाफ वैक्सीन तैयार की. प्रधानमंत्री ने भरोसा दिलाया कि पूरी वैज्ञानिक प्रक्रिया के बाद ही कोरोना वैक्सीन बनाई गई है.
भारत वैक्सीन को लेकर पूरी तरह आत्मनिर्भर
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कोरोना काल में डॉक्टरों ने अद्भुत काम किया. देश को आज मेड इन इंडिया वैक्सीन पर गर्व है. प्रधानमंत्री ने एक बार फिर साफ किया कि कोरोना वैक्सीन बनाने का श्रेय मुझे नहीं देश के वैज्ञानिकों जाता है. प्रधानमंत्री ने इसके साथ ही देश को भरोसा दिलाया कि वैक्सीन से कोई बड़ा साइड इफेक्ट नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि भारत वैक्सीन को लेकर पूरी तरह आत्म निर्भर है.
पृष्ठभूमि
पीएम मोदी द्वारा 16 जनवरी को कोरोना संक्रमण के खिलाफ निर्णायक जंग के तौर पर दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान की शुरुआत की गई थी. देशव्यापी टीकाकरण अभियान के पहले चरण में तीन करोड़ स्वास्थ्यकर्मियों और अग्रिम मोर्चे पर तैनात कर्मियों का वैक्शीनेशन किया जा रहा है.