भारत के CAG GC मुर्मू इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन के एक्सटर्नल ऑडिटर चुने गए
भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) विश्व स्वास्थ्य संगठन और खाद्य एवं कृषि संगठन सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के एक्सटर्नल ऑडिटर रह चुके हैं.

भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) विश्व स्वास्थ्य संगठन और खाद्य एवं कृषि संगठन सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के एक्सटर्नल ऑडिटर रह चुके हैं.
गिरीश चंद्र मुर्मू, भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) को तीन साल के कार्यकाल के लिए अंतर संसदीय संघ (इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन - IPU) जिनेवा के बाहरी लेखा परीक्षक (एक्सटर्नल ऑडिटर) के तौर पर चुना गया है.
GC मुर्मू स्विट्जरलैंड के सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशन से इस प्रतिष्ठित पद की जिम्मेदारी संभालेंगे. उन्हें IPU के 284 वें सत्र की एक आभासी बैठक में हुए चुनाव के दौरान चुना गया था. ये चुनाव परिणाम IPU के महासचिव मार्टिन चुन्गोंग द्वारा व्यक्त किए गए थे.
मुख्य विशेषताएं
- भारत के नियंत्रक और महालेखा परीक्षक (CAG) विश्व स्वास्थ्य संगठन और खाद्य एवं कृषि संगठन सहित विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के एक्सटर्नल ऑडिटर रह चुके हैं.
- भारत के CAG को पहले वर्ष 1993 से 1999 तक और फिर, हाल ही में वर्ष 2014 से 2020 तक यूएन बोर्ड ऑफ ऑडिटर्स में नामित किया गया है.
महत्व
इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन के एक्सटर्नल ऑडिटर के तौर पर चुने जाने से, CAG न केवल IPU के संचालन के लिए अपने मूल्य जोड़ देंगे, बल्कि वे अपने देश के अधिकारियों को भी सबसे अच्छे अंतरराष्ट्रीय ऑडिट एंड एकाउंटिंग प्रैक्टिसेज से अवगत करवा सकेंगे, जोकि उनकी पेशेवर कौशल वृद्धि में मदद करेगा.
महत्वपूर्ण भूमिका
भारत के CAG के ऑडिटर्स संगठन के भीतर प्रमुख जोखिमों पर ध्यान केंद्रित करके इसके संचालन में में अधिक दक्षता, पारदर्शिता, प्रभावशीलता और किफायत लाने में IPU की सहायता करेंगे. इन ऑडिटर्स के साथ संयुक्त राष्ट्र और इसके संबंधित एजेंसियों और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों की ऑडिटिंग का विशाल अनुभव होता है.
IPU क्या है?
- इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन एक वैश्विक इंटर पार्लियामेंट्री यूनियन है, जिसे वर्ष 1889 में फ्रांस और ब्रिटेन द्वारा स्थापित किया गया था.
- यह संगठन राजनीतिक बहुपक्षीय वार्ताओं के लिए पहला स्थायी मंच है.
- IPU दुनिया भर में शांति, लोकतंत्र और सतत विकास को बढ़ावा देने के लिए विश्व की संसदों और सांसदों को सशक्त बनाता है.
पृष्ठभूमि
भारत के CAG नॉलेज शेयरिंग कमेटी की अध्यक्षता करते हैं, जो इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशंस (INTOSAI) की चार मुख्य समितियों में से एक है.
वे मानकों की स्थापना करने वाली कई अन्य समितियों/ उप-समितियों के सदस्य भी हैं और INTOSAI के गवर्निंग बोर्ड में स्थान रखते हैं.
वे यूएन पैनल ऑफ एक्सटर्नल ऑडिटर्स और एशियन ऑर्गनाइजेशन ऑफ सुप्रीम ऑडिट इंस्टीट्यूशंस (ASOSAI) के अध्यक्ष भी हैं.