कोरोना वायरस का कहर जारी: साइप्रस में होने वाले शूटिंग वर्ल्ड कप से हटा भारत
अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आइएसएसएफ) से मान्यता प्राप्त शॉटगन विश्व कप का आयोजन 04 मार्च से 13 मार्च के दौरान साइप्रस की राजधानी निकोसिया में होना है.

भारत हाल ही में कोरोना वायरस (COVID-19) के खतरे के कारण साइप्रस में होने वाले आगामी निशानेबाजी वर्ल्ड कप से हट गया. अंतरराष्ट्रीय निशानेबाजी महासंघ (आइएसएसएफ) से मान्यता प्राप्त शॉटगन विश्व कप का आयोजन 04 मार्च से 13 मार्च के दौरान साइप्रस की राजधानी निकोसिया में होना है.
भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ (ISSF) के अनुसार, सरकार की सलाह पर भारतीय टीम को टूर्नमेंट से हटाने का फैसला किया गया है. भारतीय राष्ट्रीय राइफल संघ ने कहा कि कोरोना वायरस एकमात्र कारण है, जिससे हमने हटने का फैसला किया.
साइप्रस में आयोजित होने वाले टूर्नामेंट के लिए भारतीय निशानेबाजी टीम में मानवजीत सिंह संधू, श्रेयसी सिंह, लक्ष्य श्योराण, अंगद वीर सिंह बाजवा और मैराज अहमद खान जैसे निशानेबाज शामिल थे. भारतीय निशानेबाजों को दो बैचों में दो मार्च और चार मार्च को रवाना होना था.
कोरोना वायरस की वजह से सात देश ने वापस लिया नाम
भारत भी 16 मार्च से 26 मार्च के बीच डॉ. कर्णी सिंह निशानेबाजी रेंज में संयुक्त विश्व कप की मेजबानी करेगा. हालांकि, कोरोना वायरस की वजह से ही भारत में होने वाले निशानेबाजी विश्व कप से भी अब तक सात देश नाम वापस ले चुके हैं. इन देशों में चीन, मकाऊ, उत्तरी कोरिया, ताइवान, हांगकांग, तुर्कमेनिस्तान और बहरीन शामिल हैं. कोरोना वायरस के खतरे के वजह से विश्वभर में प्रमुख खेल आयोजन या तो स्थगित किए जा रहे हैं या उन्हें रद कर दिया जा रहा है.
कोरोना वायरस क्या है?
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक कोरोना वायरस सी-फूड से जुड़ा है. कोरोना वायरस विषाणुओं के परिवार का है तथा इससे लोग बीमार पड़ रहे हैं. यह वायरस ऊंट, बिल्ली तथा चमगादड़ सहित कई पशुओं में भी प्रवेश कर रहा है. खास स्थिति में पशु मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं. इस वायरस का मानव से मानव संक्रमण वैश्विक स्तर पर कम है.
चीन से विश्वभर में फैले कोराना वायरस (कोविड 19) अब 40 से ज़्यादा देशों तक पहुंच चुका है. अब तक विश्वभर में इस कारण 82 हज़ार से अधिक लोग संक्रमित हैं जबकि केवल चीन में 2,700 से अधिक लोगों की मौत इस वायरस से हो चुकी है. इस वायरस के संक्रमण के अधिक मामले चीन में ही सामने आ रहे हैं लेकिन दूसरे देशों में भी इस कारण कई लोगों की मौत हुई है.