भारतीय सशस्त्र सेनाएँ बाहरी और आंतरिक खतरों से राष्ट्र की सुरक्षा की चुनौती से निपटने में निरंतर संलग्न रहती है। भारतीय शस्त्र सेनाओं की सर्वोच्च कमान भारत के राष्ट्रपति के पास है। राष्ट्र की रक्षा का दायित्व मंत्रिमंडल के पास होता है। इसका निर्वहन रक्षा मंत्रालय द्वारा किया जाता है, जो सशस्त्र बलों को देश की रक्षा के संदर्भ में उनके दायित्व के निर्वहन के लिए नीतिगत रूपरेखा और जानकारियां प्रदान करता है। हर साल 15 जनवरी को आर्मी डे मनाया जाता है।
भारतीय सशस्त्र सेनाएँ (अर्थात- सेना, वायुसेना और नौसेना) किसी भी खतरे, प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं पर प्रतिक्रिया देने के लिए सबसे अच्छा संगठित, संरचित, सुसज्जित और अनुशासित संगठन है। भारतीय सशस्त्र बलों के समकक्ष रैंक नीचे दिए गए हैं:
भारतीय सशस्त्र बलों के समकक्ष रैंक
कमीशन अधिकारी |
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थलसेना |
नौसेना |
वायु सेना |
जनरल |
एडमिरल |
एयर चीफ मार्शल |
लेफ्टिनेंट जनरल |
वाइस एडमिरल |
एयर मार्शल |
मेजर जनरल |
रिअर एडमिरल |
एयर वाइस मार्शल |
ब्रिगेडियर |
कोमोडोर |
एयर कोमोडोर |
कर्नल |
कैप्टन |
ग्रुप कैप्टन |
लेफ्टिनेंट कर्नल |
कमांडर |
विंग कमांडर |
मेजर |
लेफ्टिनेंट कमांडर |
स्क्वाड्रन लीडर |
कैप्टन |
लेफ्टिनेंट |
फ्लाइट लेफ्टिनेंट |
लेफ्टिनेंट |
सब लेफ्टिनेंट |
फ्लाइट ऑफिसर |
सूचीबद्ध ग्रेड |
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वारंट अधिकारी या सार्जेंट मेजर |
वारंट अधिकारी या चीफ पेट्टी ऑफिसर |
वारंट अधिकारी |
सार्जेंट |
पेट्टी ऑफिसर |
सार्जेंट |
कॉर्पोरल या बंबार्डियर |
लीडिंग सीमैन |
कॉर्पोरल |
निजी या बंदूकधारी या सैनिक |
सीमैन |
एयर क्राफ्टमैन या एयर मैन |
भारतीय सशस्त्र सेनाएँ एक बहुभाषी, बहु-धार्मिक संगठन होने के साथ-साथ ‘अनेकता मे एकता’ का प्रतिरूप है और इसने अपने विकासोन्मुखी पहलों के माध्यम से राष्ट्रनिर्माण में अग्रणी भूमिका निभाई है। अपनी क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ इसने दूरस्थ, दुर्गम सीमावर्ती क्षेत्रों में आधारभूत सुविधाओं के विकास के कार्य का सञ्चालन किया है और इन क्षेत्रों में स्थानीय लोगों के आर्थिक विकास को आसान बनाया है।