अर्थव्यवस्था
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G-7 और G–20 क्या है: इनके कार्य और सम्मलेन
G-7 या द ग्रुप ऑफ़ सेवन (G7) एक अंतरराष्ट्रीय अंतर सरकारी आर्थिक संगठन है जिसमें दुनिया की सात सबसे बड़ी IMF द्वारा बतायी गयीं विकसित अर्थव्यवस्थाएँ शामिल हैं. G-7 की स्थापना सन 1975 में 6 विकसित देशों (फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, यूनाइटेड किंगडम और संयुक्त राज्य अमेरिका) ने की थी.अब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प इसका विस्तार करके G-10 या G-11 बनाना चाहते हैं जिसमें भारत भी शामिल होगा.
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डॉलर दुनिया की सबसे मज़बूत मुद्रा क्यों मानी जाती है?
एक समय था जब एक अमेरिकी डॉलर सिर्फ 4.16 रुपये में खरीदा जा सकता था, लेकिन इसके बाद साल दर साल रुपये का सापेक्ष डॉलर महंगा होता जा रहा है अर्थात एक डॉलर को खरीदने के लिए अधिक डॉलर खर्च करने पास रहे हैं. ज्ञातव्य है कि 1 जनवरी 2018 को एक डॉलर का मूल्य 63.88 था और 18 फरवरी, 2020 को यह 71.39 रुपये हो गया है. आइये इस लेख में जानते हैं कि डॉलर दुनिया में सबसे मजबूत मुद्रा क्यों मानी जाती है?
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स्विस बैंक में खाता खोलने के लिए क्या योग्यता होती है?
स्विस बैंक और काला धन ये दोनों शब्द भारत की राजनीति में कोहराम मचा देते हैं. अपुष्ट ख़बरों में कहा गया है कि भारतीयों द्वारा विदेशों में भारत के सकल घरेलू उत्पाद का कम से कम 10% से लेकर 120% तक काला धन जमा है. लेकिन अब सवाल यह उठता है कि आखिर स्विट्ज़रलैंड की बैंकों में खाता खुलवाने के लिए कम से कम कितने रुपये की जरूरत पड़ती है? आइये इस लेख में जानते हैं.
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विकसित और विकासशील देशों के बीच क्या अंतर होता है?
देशों को उनकी आर्थिक स्थिति के आधार पर 2 श्रेणियों में बांटा गया है. विकसित देश और विकासशील देश. इन देशों का वर्गीकरण विभिन्न आर्थिक कारकों जैसे प्रति व्यक्ति आय, सकल घरेलू उत्पाद, जीवन स्तर, शिक्षा का स्तर, जीवन प्रत्याशा आदि पर किया जाता है. आइये इस लेख में जानते हैं कि किन देशों को किस श्रेणी में रखा गया है?
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नया H1-B वीजा विधेयक: भारत को होने वाले 5 नुकसान
H1-B वीजा एक गैर-अप्रवासी वीजा है जो संयुक्त राज्य अमेरिका में काम करने के लिए आने वाले विदेशी मूल के कामगारों को दिया जाता है. यूएस इमिग्रेशन एक्ट, 1990 के अनुसार, 65,000 विदेशी नागरिक प्रत्येक वित्तीय वर्ष में H-1B वीजा प्राप्त कर सकते हैं। 20000 एच -1 बी के अलावा, उन विदेशी छात्रों के लिए उपलब्ध हैं, जिन्होंने अमेरिकी विश्वविद्यालयों से मास्टर या उच्चतर डिग्री पूरी की है. नये वीज़ा बिल एक अनुसार अमेरिका आने वाले कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 60,000 से 1 लाख डॉलर करने का प्रस्ताव है.
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G-20 संगठन क्या है: शिखर सम्मेलनों और सदस्यों की सूची
G-20 नेताओं की वार्षिक बैठक को G-20 शिखर सम्मेलन के रूप में जाना जाता है. G-20 समूह अंतरराष्ट्रीय आर्थिक सहयोग और कुछ अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों जैसे आतंकवाद, मानव तस्करी, ग्लोबल वार्मिंग आदि पर वैश्विक राय बनाने के लिए लिए प्रमुख मंच है. भारत सहित G-20 के 20 सदस्य हैं. G-20 की आखिरी मीटिंग जापान के शहर ओसाका में जून 2019 में हुई थी और अगली मीटिंग सऊदी अरब के रियाद में 21–22 नवंबर 2020 में होगी.
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OPEC क्या है और यह अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतों को कैसे प्रभावित करता है?
OPEC की स्थापना 10-14 सितम्बर, 1960 को ईरान, इराक, कुवैत, सऊदी अरब और वेनेज़ुएला द्वारा बगदाद सम्मेलन में की गयी थी. यह पेट्रोलियम निर्यात करने वाले देशों का एक स्थायी अंतर सरकारी संगठन है. सितंबर, 2019 में विश्व के कुल कच्चे तेल उत्पादन में ओपेक सदस्य देशों का हिस्सा 33.1% था. ओपेक के कुल उत्पादन 32,761 मिलियन बैरल प्रतिदिन में सऊदी अरब लगभग 32% योगदान देता है. वर्तमान में ओपेक के कुल 14 सदस्य देश हैं.
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अमेरिका की जीएसपी स्कीम क्या है और इससे हटाने पर भारत को क्या नुकसान होगा?
जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफ्रेंसेज (GSP) एक अमेरिकी व्यापार कार्यक्रम है. जेनरलाइज्ड सिस्टम ऑफ प्रिफ्रेंसेज की स्थापना 1974 के व्यापार अधिनियम द्वारा 1 जनवरी, 1976 को हुई थी. GSP स्कीम के तहत अमेरिका विकाससील और अन्य देशों के उत्पादों को अमेरिका में ड्यूटी फ्री एंट्री प्रदान करता है. अर्थात अमेरिका तरजीह वाले देशों से एक तय राशि के आयात पर शुल्क नहीं लेता है. भारत ने GSP का सबसे अधिक लाभ उठाया है.
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अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) अपने सदस्य देशों को लोन कैसे देता है?
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष अपने सदस्य देशों के प्रतिकूल संतुलन को समाप्त करने के लिए सदस्य देशों को आर्थिक सहायता प्रदान करता है. विश्व में अंतर्राष्ट्ररीय नकदी की समस्या को दूर करने के लिए इसने विशेष आहरण अधिकार (Special Drawing Rights) की शुरुआत 1971 में की थी. SDR एक ऐसी रिज़र्व मुद्रा है जिसके द्वारा IMF का सदस्य देश विदेशी भुगतानों के लिए अन्य सदस्य देशों से अपने कोटे के SDR के बदले में विदेशी मुद्राएँ प्राप्त कर अपने ऋणों या भुगतानों को चुका देता है.
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विश्व इतिहास में सबसे बड़ी महामंदी कब, कहाँ और क्यों आई थी?
वर्ष 1929 में शुरू हुई महामंदी के आने से पहले विश्व के उद्योगपतियों की धारणा यह थी कि “पूर्ती अपनी मांग स्वयं पैदा कर लेती है”. इसी विचारधारा के कारण उद्योगपतियों ने उत्पादन बढ़ाने पर ध्यान दिया उसकी बिक्री पर नहीं. एक समय ऐसा आ गया कि बाजार में वस्तुओं और सेवाओं की पूर्ती ज्यादा हो गयी और मांग कम. इसी कारण पूरा विश्व महामंदी की चपेट में आ गया था.
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विश्व बैंक से सबसे अधिक कर्ज लेने वाले देश कौन से हैं?
विश्व बैंक की वर्ष 2017 की रिपोर्ट के अनुसार, चीन विश्व बैंक समूह से सबसे ज्यादा ऋण लेने वाला देश है. चीन ने विश्व बैंक समूह से 2420 मिलियन डॉलर का कर्ज लिया है, इसके बाद 1776 मिलियन डॉलर के साथ भारत और तीसरे नंबर पर इंडोनेशिया का नम्बर आता है जिसने 1692 मिलियन डॉलर उधार लिया है.
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"पूरब में काम करो नीति": अर्थ और उद्देश्य
भारत की पूरब की ओर देखो नीति वर्ष 1991 में पूर्व प्रधानमन्त्री श्री नरसिम्हा राव द्वारा शुरू की गयी थी. इस नीति का मुख्य लक्ष्य भारत के व्यापार की दिशा पश्चिमी और भारत के पडोसी देशों से हटाकर उभरते हुए दक्षिण पूर्व एशियाई राष्ट्रों की ओर करना था. केंद्र की एनडीए सरकार ने नवंबर 2014 में म्यांमार में आयोजित पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन में “पूरब की ओर देखो” की नीति को “पूरब में काम करो नीति” के रूप में आगे बढ़ाया है.
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एशियाई विकास बैंक के मुख्य कार्य और भारत के विकास में क्या भूमिका है ?
एशियाई विकास बैंक (ADB) की स्थापना 1966 में हुई थीl इस बैंक की स्थापना का उद्देश्य एशिया-प्रशांत क्षेत्र में आर्थिक और सामाजिक विकास को गति देना थाl 1 जनवरी, 1967 को इस बैंक ने पूरी तरह से काम करना शुरू किया थाl इसका मुख्यालय “मनीला”, फिलीपींस में स्थित हैl इसकी अध्यक्षता हमेशा जापानी को दी जाती है जबकि इसके 3 डिप्टी चेयरमैन का पद किसी अमेरिका, यूरोप और एशिया के नागरिक को दिया जाता हैl
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आसियान संगठन के सदस्यों की सूची
एसोसिएशन ऑफ साउथईस्ट एशियाई नेशंस, या आसियान की स्थापना 8 अगस्त 1967 को बैंकाक, थाईलैंड में की गयी थी. वर्तमान में इस संगठन के 10 स्थायी सदस्य हैं. आसियान का मुख्यालय जकार्ता (इंडोनेशिया) में है. भारत अपनी भौगोलिक स्थिति के कारण इस संगठन का सदस्य नही बन सकता है.
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अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के (IMF) बारे में 14 परीक्षोपयोगी महत्वपूर्ण तथ्य
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) और आईबीआरडी की स्थापना एक ही समय और स्थान पर हुई थी, इस कारण इन दोनों को ब्रेटन वुड्स ट्विन्स के रूप में जाना जाता है. इस लेख में हमने IMF के बारे में सबसे महत्वपूर्ण तथ्यों को संकलित किया है. हम उम्मीद करते हैं कि अगर आपने अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष के बारे में ये 14 महत्वपूर्ण तथ्य जान लिए तो आप इस संगठन से सम्बंधित किसी प्रश्न को हल कर सकते हैं.
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अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के प्रबंध निदेशकों की सूची
अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) का नेतृत्व, एक प्रबंध निदेशक (Managing Director), जो कि कर्मचारियों का प्रमुख होता है और कार्यकारी बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में कार्य करता है, के द्वारा किया जाता है. IMF की स्थापना के बाद से IMF के प्रबंध निदेशक यूरोपीय लोग रहे हैं. IMF के प्रबंध निदेशक का चयन 24 सदस्यीय कार्यकारी बोर्ड (Executive Board) द्वारा किया जाता है. IMF की स्थापना के बाद से अभी तक कुल 11 प्रबंध निदेशक चुने गये हैं.
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क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां क्या होतीं है और इनकी रेटिंग का क्या मतलब होता है?
क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां विभिन्न कंपनियों के अनेक प्रकार के वित्तीय उत्पादों जैसे बांड, सावधि जमा खाता और कुछ अन्य छोटी अवधि के ऋण दस्तावेजों का आकलन करके उसमे शामिल रिस्क और लाभ के आधार पर उनको रेटिंग देतीं हैं. वर्तमान में भारत में 4 मुख्य ररूप से 4 क्रेडिट रेटिंग एजेंसियां काम कर रही हैं. इसके नाम हैं; क्रिसिल (CRISIL), इक्रा (ICRA), केअर (CARE) और डीसीआर इंडिया (DCR India).
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