विज्ञान
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पृथ्वी पर 5 ऐसे स्थान जहां गुरुत्वाकर्षण काम नहीं करता है
गुरुत्वाकर्षण हर चीज़ को धरती की सतह से बांधे रखता है. अर्थात इस बल के कारण ही हम पृथ्वी पर चल पाते हैं परन्तु पृथ्वी पर कुछ ऐसे भी स्थान है जहां पर गुरुत्वाकर्षण बल शून्य हो जाता है और अजीब प्रकार की घटनाएं देखने को मिलती हैं. इस लेख के माध्यम से जानेंगे की ऐसी कौन सी जगह हैं जहां गुरुत्वाकर्षण बल काम नहीं करता है या फेल हो जाता है?
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ऐसे परमाणु मिसाइल जिनसे भारत चीन को टारगेट कर सकता है
भारत अपने परमाणु हथियारों को आधुनिक बनाता जा रहा है. भारत अब एक ऐसी मिसाइल विकसित कर रहा है जो दक्षिण भारत में अपने सभी अड्डों से चीन को लक्षित कर सकता है. इस लेख में ऐसी मिसाइलों की सूची दी गई है जिससे यह पता चलता है कि कौन सी मिसाइलों की मदद से भारत चीन को टारगेट कर सकता है.
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नार्को टेस्ट क्या होता है और इसे कैसे किया जाता है?
Narco Test: नार्को टेस्ट में अपराधी या किसी व्यक्ति को ट्रुथ ड्रग नाम की एक साइकोएक्टिव दवा दी जाती है या फिर सोडियम पेंटोथोल का इंजेक्शन लगाया जाता है. इस दवा का असर होते ही व्यक्ति ऐसी अवस्था में पहुँच जाता है जिसमें व्यक्ति पूरी तरह से बेहोश भी नहीं होता और पूरी तरह से होश में भी नहीं रहता है.
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क्या आप जानतें हैं कि 20 छोटे चांदों से मिलकर बना है अपना चांद?
ब्रहमांड की दुनिया आज भी मनुष्य के लिए के पहेली बनी हुई है. पृथ्वी एक मात्र एक ग्रह है जिस पर जीवन संभव है. इस पृथ्वी का एकमात्र उपग्रह चंद्रमा है, जिसके बारे में अभी भी बहुत कुछ जानना बाकी है. इजराइल के वैज्ञानिकों ने दावा किया है कि मौजूदा चांद की उत्पत्ति 20 छोटे चांदों से हुई है. आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं.
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हवाई जहाज का ब्लैक बॉक्स क्या होता है और यह कैसे काम करता है?
हवाई खोज मनुष्य की सबसे बेहतरीन खोजों में से एक है. लेकिन हवाई जहाज दुर्घटना के शिकार होते रहते हैं.इसलिए इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए ब्लैक बॉक्स को हवाई जहाज में लगाया जाता है. हवाई जहाज का ब्लैक बॉक्स या फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर, विमान में उड़ान के दौरान विमान से जुडी सभी तरह की गतिविधियों जैसे विमान की दिशा, ऊँचाई (altitude), ईंधन, गति (speed), हलचल (turbulence), केबिन का तापमान इत्यादि सहित 88 प्रकार के आंकड़ों के बारे में 25 घंटों से अधिक की रिकार्डेड जानकारी एकत्रित रखता है.
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नोबेल पुरस्कार क्यों शुरू किये गए थे?
नोबेल पुरस्कार (Nobel Prize) पूरी दुनिया में सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कारों में गिने जाते हैं. ये पुरस्कार 6 क्षेत्रों में हर साल दिए जाते हैं. एक विजेता को लगभग 7 करोड़ 22 लाख रुपये मिलते हैं. इन पुरस्कारों के शुरू होने के पीछे एक अख़बार में छपी गलत खबर थी. आइये इस लेख में जानते हैं कि वह गलत खबर क्या थी?
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बुलेटप्रूफ जैकेट कैसे बनती है और यह कैसे रक्षा करती है?
Bulletproof Vests: दुनिया में बढ़ते युद्धों और अराजकता के माहौल में सैनिकों और अन्य सुरक्षा बालों की सरकार की प्राथमिकता बनती जा रही है. इस दिशा में साइंस एंड टेक्नोलॉजी का पूरा योगदान बहुत जरूरी हो जाता है. बुलेटप्रूफ जैकेट आधुनिक समय में सैनिकों की सुरक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला सबसे महत्वपूर्ण उपकरण बन गया है. इस जैकेट को इस तरह से बनाया जा है कि इसको पहने हुए व्यक्ति को यदि गोली भी लग जाये तो उसकी जान को कोई खतरा नही होता है.
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कभी-कभी किसी वस्तु को छूने से करंट क्यों लगता है?
जब हम अचानक से किसी वस्तु या व्यक्ति को छूते है तो हल्का सा करंट महसूस होता है. ऐसा क्यों होता है. दरअसल ब्रह्मांड में मौजूद सभी वस्तुएं एटम यानी अणु से बनी हुई है और हर एटम में इलेक्ट्रॉन, प्रोटोन और न्यूट्रॉन होते हैं. करंट को फ्लो करवाने में इनका क्या कार्य होता है. आइये इस लेख के माध्यम से जानते हैं कि कर्रेंट क्यों लगता है?
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दूरबीन का अविष्कार कैसे हुआ था?
टेलीस्कोप या दूरबीन एक ऐसा यंत्र जो दूर की चीजों को पास दिखाता है. दरअसल दूरबीन का अविष्कार संयोगवश हुआ था. दूरबीन का अविष्कार 17 वीं सदी की शुरुआत में हॉलैंड के मिडिलबर्ग शहर में रहने वाले एक चश्मा व्यापारी के बेटे द्वारा खेल-खेल में किया गया था. इस व्यापारी का नाम हेंस लिपरशी (Hans Lippershey) था. इसके लिए हेंस लिपरशी ने कोई विशेष कोशिश या प्रयोगशाला नही बनायीं थी और ना ही हेंस लिपरशी कोई बहुत पढ़ा लिखा वैज्ञानिक था.
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बायो टॉयलेट किसे कहते हैं?
भारत सरकार ने 2013 से हाथ से मैला उठाने की प्रथा को प्रतिबंधित कर दिया है. इसी कारण भारतीय रेलवे में भी मल से सम्बंधित सभी काम अब मशीन के द्वारा ही कराये जाने की प्रणाली को शुरू करने के लिए सरकार ने ट्रेन में बायो टॉयलेट्स या जैविक शैचालयों को लगाने के निश्चय किया है. बायो टॉयलेट (Bio Toilet), परम्परागत टॉयलेट से अलग एक ऐसा टॉयलेट होता है जिसमें बैक्टेरिया की मदद से मानव मल को पानी और गैस में बदल दिया जाता है.
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ट्रांजिस्टर क्या है और कैसे काम करता है?
जर्मनी के भौतिक विज्ञानी Julius Edgar Lilienfeld ने कनाडा में पेटेंट के लिए 1925 में Field-Effect Transistor (FET) के लिए प्रार्थना-पत्र दिया था लेकिन सबूतों के अभाव के कारण इसको स्वीकार नहीं किया गया था. परन्तु बाद में ट्रांजिस्टर का अविष्कार John Bardeen, Walter Brattain और William Shockley ने 1947 में Bell Labs में किया था.
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बैलगाड़ी एवं साइकिल द्वारा रॉकेट ढ़ोने से लेकर इसरो का अबतक का सफरनामा
भारत ने अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में भारत के गणराज्य बनने के साथ ही काम करना शुरू करदिया था ओए एक वर्ष में ही परमाणु उर्जा विभाग कि स्थापना कि गई थी। इसमें कोई संदेह नहीं है कि इसरो (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन) का अब तक का सफर काबिल-ए-तारीफ है। आइये इस लेख के माध्यम से इसरो के सफरनामा और उपलब्धियों के बारे में अध्ययन करते हैं।
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जानें ISRO भारतीय रेलवे को कैसे सुरक्षा प्रदान करेगा?
ISRO अपने इंडियन रीजनल नैविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS) या नेविगेशन सिस्टम नाविक (NaVIC) का उपयोग कर रहा है, जिससे भारतीय रेलवे और इसरो के बीच संयुक्त सहयोग की सहायता से रेलवे मानव रहित फाटकों पर हो रहीं दुर्घटनाओं को रोका जा सकेगा. यह लेख भारतीय रेलवे सुरक्षा के लिए इसरो द्वारा उपयोग किए जाने वाले सैटेलाइट सिस्टम से संबंधित है, यह सिस्टम किस प्रकार से सुरक्षा प्रदान करेगा, IRNSS और NaVIC प्रणाली क्या है आदि.
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जानिये घड़ी का आविष्कार कब, किसने और किस देश में किया था?
वर्तमान समय में इस्तेमाल की जाने वाली घडी का एक बार में अविष्कार नहीं हुआ है. किसी ने पहले घंटे वाली सुई बनायी तो किसी ने मिनट वाली सुई. इस प्रकार विश्व में घड़ी का विकास कई चरणों में हुआ है. जब घडी का अविष्कार नहीं हुआ था तब लोग सूरज की रोशनी और पानी के उतार-चढ़ाव के आधार पर भी समय का पता लगा लेते थे. इस लेख में हमने घड़ी के पूरे इतिहास के बारे में बताया है.
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जानें रेडियोएक्टिविटी का उपयोग कहाँ किया जाता हैं?
जिन नाभिकों में प्रोटॉनों की संख्या 83 या उससे अधिक होती है, वे अस्थायी होते हैं. स्थायित्व प्राप्त करने के लिए ये नाभिक स्वत: ही अल्फा (α), बीटा (β) तथा गामा (४) किरणों का उत्सर्जन करने लगते हैं. ऐसे नाभिक जिन तत्वों के परमाणुओं में होते हैं उन्हें रेडियोऐक्टिव तत्व कहते हैं तथा उपर्युक्त किरणों के उत्सर्जन की घटना को रेडियोऐक्टिवता कहते हैं. आइये इस लेख के माध्यम से रेडियोऐक्टिवता, इसके प्रकार, उपयोग आदि के बारे में अध्ययन करते हैं.
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जानें चुम्बकीय क्षेत्र के उपयोग के बारे में
चुम्बक के चारों और वह क्षेत्र, जिसमें चुम्बक के प्रभाव का अनुभव किया जा सकता है को चुम्बकीय क्षेत्र (Magnetic field) कहते हैं. आइये इस लेख के मध्य्य्म से अध्ययन करते हैं कि चुम्बक, चुम्बकीय क्षेत्र क्या होता है और इसका क्या और कहा उपयोग किया जाता है.
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भौतिक विज्ञान की प्रमुख शाखाओं की सूची
भौतिकी प्राकृतिक विज्ञान की वह शाखा है जिसमें गति, गुरुत्वाकर्षण, अंतरिक्ष, ऊर्जा, समय आदि से संबंधित चीजों का अध्ययन किया जाता है. मुख्य तौर पर इसकी दो शाखाएं है परन्तु इसको उपशाखाओं में भी विभाजित किया गया है. आइये इस लेख के माध्यम से भौतिक विज्ञान की प्रमुख शाखाओं की सूची के बारे में अध्ययन करते हैं जो कि विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में मदद करेगी.
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प्रौद्योगिकी एवं उसमें प्रयुक्त भौतिकी नियम सिद्धांतों की सूची
भौतिक विज्ञान की वो शाखा जिसमें द्रव्य और उर्जा दो अलग अवधारणाएं हो उसे भौतिकी कहते हैं. ये हम सब जानते है वस्तुएं, द्रव्य और उर्जा से ही बनी होती हैं. अत: भौतिकी में सभी पदार्थों का अध्ययन समाहित है. यानी भौतिकी एक मूलभूत विज्ञान है. आइये इस लेख से प्रौद्योगिकी एवं उसमें प्रयुक्त भौतिकी नियम सिद्धांतों की सूची के बारे में अध्ययन करते हैं.
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प्रकाश तरंगों का व्यतिकरण क्या है?
जब समान आव्रत्ति की दो प्रकाश तरंगे किसी माध्यम में एक ही दिशा में गमन करती हैं तो उनके अध्यारोपण के फलस्वरूप प्रकाश की तीव्रता में परिवर्तन हो जाता है जिसे व्यतिकरण कहते हैं. आइये इस लेख के माध्यम से प्रकाश की तरंगों का व्यतिकरण (Interference of Light Waves) और उसके प्रकार के बारे में अध्ययन करते हैं.
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आधुनिक डिवाइस और उनका उपयोग
हम सभी जानते हैं कि आधुनिक तकनीक ने हमारे जीवन को सरल बना दिया है. टीवी, रडार और लेजर आदि जैसे कई उपकरणों का आविष्कार किया गया है, जो कई मायनों में हमारी मदद करते हैं. आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से संचार, सर्वेक्षण आदि आसान हो गया हैं. यह आलेख आधुनिक प्रौद्योगिकी, इसके उपकरणों और उपयोगों से संबंधित है.
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